Saturday, February 6, 2010

चाँद पर मेरी प्रापर्टी और उड़नतश्तरी !

"Approximately 250 very well celebrities as well as 2 former US presidents are now extraterrestrial property owner at moon." आसानी से विश्वास नहीं होता कि कोई कम्पनी  अंतर्राष्ट्रीय नियम और कानूनों का फायदा उठाते हुए  चन्द्रमा पर जमीन बेचने का अधिकार और पेटेंट  प्राप्त कर सकती है  ! 


मगर यह सच है और अब तक वे  चाँद पर ३०० मिलियन एकड़ जगह , 176 देशों के लगभग २० लाख से अधिक लोगों  को बेच चुकी है !  इन लोगों में अमेरिका के २ भूतपूर्व राष्ट्रपति के अलावा नासा के ३० सदस्य , कई अन्तरिक्ष यात्री भी शामिल हैं ! 


आसानी से इस प्रकार की कंपनी पर विश्वास नहीं होता , मगर पिछले साल २०० देशों के लगभग ७०० लेख और मिडिया कवरेज इस बात की गवाही दे रहा है , कि कुछ तो ऐसा है कि लोग इस पर विश्वास कर रहे हैं  ! अगर आपको फिर भी लगता है कि यह फ्रॉड है तो ध्यान रखियेगा विश्व में, इन्टरनेट पर सबसे अधिक मशहूर, उपभोक्ता अधिकारों  के लिए लड़ने वाली कंपनी  नेटचेक है , और चाँद पर अपना प्रभुत्व स्थापित कर जमीन बेचने वाली कम्पनी ( लूनर एम्बेसी ) नेटचेक, इंटर नेट कामर्स ब्यूरो की एक मेम्बर है !   


और मेरे इस जन्मदिन पर गरिमा (मेरी बेटी ) ने अचानक एक  खूबसूरत अलुमिनियम का डिब्बा देते हुए, मुबारक बाद देते हुए कहा कि आपकी बेटी  आपको चाँद पर एक एकड़ जगह  का मालिक बना रही है ,तो घर में किसी को अचानक यकीन नहीं हुआ  ! मगर उस डिब्बे में राखी हुई लूनर डीड  तथा बिल आफ राईट पढने से पता चलता है कि यह जगह  एरिया इ-५ क्वाड्रान्ट फाक्सत्रांत में स्थिति है !


इस गिफ्ट के बाद , अपनी जमीन को देखने चाँद पर जाने  के लिए उड़न तश्तरी कहाँ से लाऊँ  .... एक बार भगवान् को बहुत मनाया था वह आप सबको पढवा  रहा हूँ ...


मेरी कविता को भी भोले, ब्लागीवुड में नाम दिला दे
कबाड़खाना बंद करा दे, मोहल्ले में आग लगा दे  !
सारे पाठक मुझको ढूंढे ,ऐसी टी आर पी करवा दे
मेरे ऊपर धन बरसा दे ,कुछ लोगों को सबक सिखादे

मेरा कोई ब्लाग न पढता, ब्लाग जगत में भोले शंकर
मेरे को ऊपर पहुंचा  दे , मेरा भी  झंडा  फहरा  दे !
मेरे आगे पीछे घूमे दुनिया, ऐसी जुगत करा दे !
एक आखिरी बिनती मेरी ,इतनी मेरी बात मान ले 
समीर लाल को धक्का देकर,उड़नतश्तरी मुझे दिला दे !

15 comments:

  1. एक आध प्लाट मुझे भी दिलवा दीजिये.... आभारी रहूँगा....

    कविता बहुत ज़बरदस्त है....

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  2. अरे मेरे भाई, धक्का काहे दिलवा रहे हो..टू सीटर है..आप भी आ जाओ. :)

    टी आर पी तो आपकी यूँ भी हमारी नजरों में टॉपम टॉप है, फिर काहे की चिन्ता!!

    मस्त है!!

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  3. कविता मजेदार है।
    उ़ड़न तश्तरी उतरने ही वाली है चांद पर।

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  4. ये जोरदार रहा ही, वैसे आपको वहां प्लाट मिलेगा कहां? हमने पिछले साल ही वहां कालोनी काट दी थी. आपको भी सभी ब्लागरों के साथ फ़्री में एक लाख स्केवेयर फ़ीट का प्लाट दिया था. आपने आज तक ना तो रजीस्ट्री कह्र्च का पैसा भी नही भेजा और ना रजिस्ट्री करवाई. आप घर के आदमी हो तो आपको अब भी रजिस्ट्री कर देंगे.:)

    रामराम.

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  5. चलिए आप चॉंद पर प्‍लॉट के मालिक हो गए , बाकी अन्‍य मालिकों की तरह । अब सवार हो ही जाइए 2 सीटर है धक्‍का भी नहीं देना पडेगा :)

    कविता बहुत मजेदार लिखी है ।

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  6. "समीर लाल को धक्का देकर,उड़नतश्तरी मुझे दिला दे !"
    :-)

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  7. एक आखिरी बिनती मेरी ,इतनी मेरी बात मान ले
    समीर लाल को धक्का देकर,उड़नतश्तरी मुझे दिला दे

    बहुत खूब सतीश जी ......... हमको लेजाना नही भूलना ..... अच्छा लिखा है ... मजेदार ........

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  8. सतीश जी प्लाट ले के बहुत बढिया काम किया आपने ..अपने एलियन जी तो एकदम सीधे साधे एलियन हैं , कालोनी में उन्हें भी मकान दिला देंगे और हम आप दोनों के पेंईंग गेस्ट बनके रहेंगे

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  9. मौज मजेदार!
    आपकी सब मनोकामनायें पूरी हो!

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  10. चाँद तक पहुँचने के लिए आपको निश्चित ही उड़नतश्तरी चाहिए -मांगने से मिलती नहीं कुछ कुचक्र रचिए -भारत बुलाईये समीर भाई को और यहीं पार कर दी जाय उड़न तश्तरी !

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  11. कविता में जो मनोकामना आपने दर्शायी है सर जी वह जरूर पूरी हो ।

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  12. सतीश जी नमस्कार, चांद पर पहुचने के लिये ओर अपने प्लाट को देखने जब भी जाये, ओर केसे भी जाये, लेकिन वहां खाना हमारे ढावे से ही खाये, मेने एक ठेला रुलदू को वहा लगवा दिया है, चलिये पहले तो जमीन लेने की बधाई, सुना है अब वहां भी रेट बढने वाले है

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  13. हा हा हा क्या धमाके दार कविता है। मेरी तो हंसी बन्द नही हो रही। आपको जन्म दिन की बहुत बहुत बधाई देर से ही सही। आप भी चाहे बासी बर्फी ही खिला दीजिये मगर दुयाएं ले लिजीये। शुभकामनायें। क्या चाँद पर भी ब्लागिन्ग की व्यव्स्था होगी? अगर हाँ तभी जा सकेंगे वर्ना अब ब्लागिन्ग चाँद पर जाने से भी अधिक अच्छी लगती है।

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  14. हम्म.. मैं भी एक घर चांद पर बनाऊंगा.. वैसे एक बात है अपने हिंदुस्तान में अमेरिका की तरह बेवकूफ लोग तो नहीं होते.. आपको प्लॉट बहुत मुबारक हो... एक बात और ब्लॉग को लेकर मेरा भी दर्द आपकी तरह ही है.. कविता बहुत बढ़िया लिखी है..

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