"रंग लेके दीवाने आगये , होली के बहाने आ गये..."
या संजीव कुमार की ढोलक की थाप और अमिताभ का मस्त और सदाबहार गीत
"रंग बरसे भीगे चुनर वाली रंग बरसे ..."
मैंने आज तक एक भी मित्र ऐसा नहीं देखा जो अपनी पत्नी के साथ या पति के साथ होली खेलते देखा गया हो !
वंदना अवस्थी दुबे ने होली पर एक परिचर्चा का आयोजन किया "होली के रंग-किसके संग?"
तुम दिन को अगर रात कहो रात कहेंगे घर में सद्भावना पूर्ण माहौल बनाये रखने के लिए ये ही कहना जरूरी है...हा हा हा हा ...होली की शुभकामनाएं...
ReplyDeleteनीरज
ऐसे सवालों के ऐसे ही जवाब मिलेंगे. आखिर कौन पत्नी के अलावा किसी और का नाम लेगा.
ReplyDeleteइस बार रंग लगाना तो.. ऐसा रंग लगाना.. के ताउम्र ना छूटे..
ReplyDeleteना हिन्दू पहिचाना जाये ना मुसलमाँ.. ऐसा रंग लगाना..
लहू का रंग तो अन्दर ही रह जाता है.. जब तक पहचाना जाये सड़कों पे बह जाता है..
कोई बाहर का पक्का रंग लगाना..
के बस इंसां पहचाना जाये.. ना हिन्दू पहचाना जाये..
ना मुसलमाँ पहचाना जाये.. बस इंसां पहचाना जाये..
इस बार.. ऐसा रंग लगाना...
(और आज पहली बार ब्लॉग पर बुला रहा हूँ.. शायद आपकी भी टांग खींची हो मैंने होली में..)
होली की उतनी शुभ कामनाएं जितनी मैंने और आपने मिलके भी ना बांटी हों...
सतीशजी, देखिये हमने तो सच कहा है वहां खेलें चाहें जिसके साथ लेकिन हम कहेंगे हमेशा कि अपनी पत्नी के साथ ही खेलेंगें।
ReplyDeleteटाइपो के चलते ऊपर वहां भी की जगह ही हो गया। आखिर जीवन साथी का भी कुछ हक तो होता ही है। कम से कम होली के दिन तो है ही। है कि नहीं?
होली मुबारक!
भैय्या रंग बरस गया है .... होली की हार्दिक शुभकामनाये .
ReplyDeleteसतीश जी .... सच कहा है .....
ReplyDeleteआपको और आपके परिवार को होली की बहुत बहुत शुभ-कामनाएँ .....
sun ni hee padti hai biwi ji satish bhai....
ReplyDeletebhukt bhogi hain sabhi yaahaan...
holi mubaarak!
अब खेलें चाहे किसी के भी साथ लेकिन टिप्पणी में तो यही लिखना पड़ेगा ना कि ...बीवी के साथ ही होली खेलेंगे :-)
ReplyDeleteजो हो - ली , उनके संग होली ... ! ... ?
ReplyDeleteहैप्पी होली।
Aapko aur aapke samasth pariwaar ko holi ki rangarang shubhkaamna...!!
ReplyDeleteहम तो सच बोलने के चक्कर में मारे गये...बीबी ने पढ़ लिया. :)
ReplyDeleteये रंग भरा त्यौहार, चलो हम होली खेलें
प्रीत की बहे बयार, चलो हम होली खेलें.
पाले जितने द्वेष, चलो उनको बिसरा दें,
खुशी की हो बौछार,चलो हम होली खेलें.
आप एवं आपके परिवार को होली मुबारक.
-समीर लाल ’समीर’
ांहमने तो अपने पति के साथ ही होली खेली है न यकीन हो तो मेरे ब्लाग पर देख लीजिये। होली की आपको व परिवार को हार्दिक शुभकामनायें
ReplyDeleteअच्छा लिखा है। होली की शुभकामनाएं।
ReplyDeleteअरे वाह! मज़ा आ गया. होली की शुभकामनायें.
ReplyDeleteहोली तो हो ली...:-)
ReplyDeleteआपको भी रंगोत्सव की हार्दिक शुभकामनाऎँ!!
होली की अनेको शुभकामनाएं !!
ReplyDelete:) :) :) achchhi hai.....
ReplyDeleteRajy Sabha main jis tarah se mahila arachhan vidhayak paas kiya gaya bah Sarmnak hai.
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